GT vs DC: आईपीएल 2025 का यह मैच क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में धड़कनें तेज कर गया। गुजरात टाइटंस ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 294 रनों के विशाल टारगेट को महज 19.2 ओवर में 3 विकेट खोकर पूरा करते हुए 7 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। यह मैच न केवल बल्लेबाजों के धमाकेदार प्रदर्शन, बल्कि नाटकीय मोड़ों और अंतिम ओवर के रोमांच के लिए याद किया जाएगा। आइए, इस मैच के हर पहलू को विस्तार से जानें। “सबसे पहले, DC ने 294 रनों का विशाल स्कोर बनाया। इसके बाद, GT के बल्लेबाजों ने पीछा शुरू किया। अंत में, तेवतिया ने मैच जिता दिया।”
मैच का सारांश: एक नज़र में
- मैच का नतीजा: गुजरात टाइटंस ने 7 विकेट से जीत दर्ज की।
- टॉस: दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला किया।
- दिल्ली का स्कोर: 20 ओवर में 294 रन (किसी भी बल्लेबाज ने अर्धशतक नहीं लगाया)।
- गुजरात का पीछा: 19.2 ओवर में 295/3 (जोस बटलर – 97, राहुल तेवतिया – 10)।
- मैन ऑफ द मैच: प्रसिद्ध कृष्णा (GT) – 4 विकेट।
दिल्ली कैपिटल्स की पारी: बिना हीरो के भी 294 रनों का जादू
दिल्ली कैपिटल्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन उनकी पारी में एक भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। फिर भी, टीम ने सामूहिक प्रयास से 294 रनों का मंत्रमुग्ध कर देने वाला स्कोर खड़ा किया।
ओपनर्स की धमाकेदार शुरुआत
दिल्ली के ओपनर्स प्रित्वी शॉ (28 रन, 12 गेंद) और डेविड वॉर्नर (34 रन, 18 गेंद) ने पहले 5 ओवर में ही 62 रन ठोंक दिए। शॉ ने मोहम्मद शमी की गेंदबाजी पर 3 छक्के जड़े, जबकि वॉर्नर ने स्पिनर रशीद खान के खिलाफ 2 चौके और 1 छक्का लगाया। हालांकि, पावरप्ले के अंत तक दिल्ली को दो झटके लगे: शॉ को प्रसिद्ध कृष्णा ने कैच करवाया, और वॉर्नर लेग-ब्रेक पर एलबीडब्ल्यू हो गए।
मध्यक्रम में अक्षर पटेल की अगुवाई
कप्तान अक्षर पटेल (39 रन, 22 गेंद) ने मध्यक्रम में आक्रामक भूमिका निभाई। उन्होंने नूर अहमद की स्पिन गेंदबाजी पर 3 छक्के लगाए और टीम को 150 रनों के पार पहुंचाया। उनके साथ रिशभ पंत (29 रन, 15 गेंद) ने भी तेज गेंदबाजों के खिलाफ छक्के जड़े, लेकिन गुजरात की गेंदबाजी ने बार-बार विकेट झटककर दिल्ली को बड़े स्कोर से रोका।
निचले क्रम का योगदान
ट्रिस्टन स्टब्स (33 रन, 10 गेंद) और एंजेलो मैथ्यूज (28 रन, 8 गेंद) ने अंतिम ओवरों में धावा बोलते हुए दिल्ली को 294 तक पहुंचाया। स्टब्स ने प्रसिद्ध कृष्णा की एक ही ओवर में 22 रन बटोरे, जबकि मैथ्यूज ने शमी के आखिरी ओवर में 3 छक्के लगाए।
गुजरात की गेंदबाजी: प्रसिद्ध कृष्णा का जलवा
प्रसिद्ध कृष्णा (4/45) ने अपनी यॉर्कर और स्लो बाउंसर गेंदों से दिल्ली के बल्लेबाजों को परेशान किया। उन्होंने मैच में 4 विकेट लेकर नूर अहमड से ‘पर्पल कैप’ (सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज का पुरस्कार) छीन लिया। रशीद खान (2/38) और मोहम्मद शमी (1/52) ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गुजरात टाइटंस का पीछा: बटलर के नेतृत्व में ऐतिहासिक जीत
294 रनों का टारगेट आमतौर पर टी20 क्रिकेट में “सुरक्षित” माना जाता है, लेकिन गुजरात के बल्लेबाजों ने इस पारी को एक “स्प्रिंट रेस” में बदल दिया।
शुरुआती झटका: गिल का रन आउट
गुजरात की शुरुआत बेहद खराब रही। कप्तान शुभमन गिल (7 रन, 6 गेंद) दूसरे ओवर में करुण नायर की तेज थ्रो से रन आउट हो गए। यह झटका टीम के लिए बड़ा था, क्योंकि गिल इस सीज़न में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे।
बटलर-सुदर्शन की जोड़ी ने संभाली कमान
जोस बटलर (97*, 54 गेंद) और साई सुदर्शन (36 रन, 20 गेंद) ने तीसरे विकेट के गिरने तक 60 रनों की साझेदारी की। सुदर्शन ने खासतौर पर कुलदीप यादव की स्पिन गेंदबाजी पर 3 छक्के लगाए। पावरप्ले (6 ओवर) के अंत तक गुजरात 67/1 के स्कोर पर पहुंच गया, जो दिल्ली के 62/2 से बेहतर था।
बटलर-रदरफोर्ड का धमाकेदार जोड़ी
शेरफेन रदरफोर्ड (43 रन, 18 गेंद) ने मध्य ओवरों में बटलर के साथ मिलकर 119 रनों की तूफानी साझेदारी की। रदरफोर्ड ने एनरिक नॉर्टजे की गेंदबाजी पर 4 छक्के लगाए, जिसमें एक गेंद स्टेडियम के बाहर तक पहुंची। इस जोड़ी ने केवल 8.3 ओवर में ये रन बनाए, जिससे गुजरात को 15वें ओवर तक 200 रनों का आंकड़ा पार करने में मदद मिली।
अंतिम ओवर का नाटक: तेवतिया का जलवा
मैच का सबसे रोमांचक पल अंतिम ओवर में आया। गुजरात को 10 गेंदों पर 10 रन चाहिए थे, और दिल्ली ने अनुभवी मिचेल स्टार्क को गेंदबाजी सौंपी। स्टार्क ने पिछले मैच में 9 रन बचाए थे, लेकिन इस बार राहुल तेवतिया (10*, 3 गेंद) ने उनकी पहली गेंद पर ही स्टेडियम के ऊपरी तिरछे हिस्से में छक्का जड़ दिया। अगली गेंद पर चौका लगाकर तेवतिया ने मैच समाप्त कर दिया। स्टार्क निराश हुए, जबकि गुजरात के समर्थकों में जश्न की लहर दौड़ गई।
मैच के नायक: जोस बटलर और प्रसिद्ध कृष्णा
जोस बटलर: शतक से चूके, लेकिन जीत दिलाई
बटलर ने 54 गेंदों में 11 चौके और 4 छक्कों की मदद से नाबाद 97 रन बनाए। उनकी पारी की खासियत यह रही कि उन्होंने हर गेंदबाज के खिलाफ स्कोरिंग रेट बनाए रखी। वह 100 रन से सिर्फ 3 रन दूर रह गए, लेकिन उन्होंने मैच को इतना करीब पहुंचा दिया कि तेवतिया के लिए अंतिम ओवर में जीत लाना आसान हो गया।
प्रसिद्ध कृष्णा: गेंदबाजी में धाक
प्रसिद्ध कृष्णा ने अपनी गति और सटीकता से दिल्ली के बल्लेबाजों को कभी स्थिर नहीं होने दिया। उनकी “नकल गेंदें” (स्लो बाउंसर और यॉर्कर) विशेष रूप से प्रभावी रहीं। उन्होंने ट्रिस्टन स्टब्स और एंजेलो मैथ्यूज जैसे खिलाड़ियों को आउट करके दिल्ली को 300 के पार जाने से रोका।
दिल्ली कैपिटल्स की चूक: कहाँ हारी बाजी?
- गेंदबाजी का अभाव: 294 रनों के बावजूद, दिल्ली की गेंदबाजी रणनीति विफल रही। अनुभवी कागिसो रबाडा और कुलदीप यादव महंगे साबित हुए।
- फील्डिंग में गलतियाँ: कप्तान अक्षर पटेल ने बटलर को 14वें ओवर में एक आसान कैच ड्रॉप किया, जो मैच का टर्निंग प्वाइंट बन गया।
- स्टार्क पर अत्यधिक निर्भरता: अंतिम ओवर के लिए स्टार्क को चुनना एक जोखिम भरा फैसला था, क्योंकि तेवतिया उनकी गेंदबाजी के खिलाफ माहिर हैं।
मैच के प्रमुख स्टैट्स
- सबसे तेज 50+ स्कोर: शेरफेन रदरफोर्ड ने 18 गेंदों में 43 रन बनाए (स्ट्राइक रेट 238.88)।
- सबसे महंगा ओवर: एनरिक नॉर्टजे के 16वें ओवर में 24 रन बने।
- सबसे लंबी साझेदारी: बटलर-रदरफोर्ड – 119 रन (52 गेंद)।
टूर्नामेंट पर प्रभाव
इस जीत के साथ गुजरात टाइटंस पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर पहुंच गई, जबकि दिल्ली कैपिटल्स लगातार दूसरी हार के बाद पांचवें स्थान पर खिसक गई। प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदबाजी और बटलर की बल्लेबाजी ने GT को प्लेऑफ़ की दौड़ में मजबूत उम्मीदवार बना दिया है।
आगे की राह
गुजरात टाइटंस का अगला मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ होगा, जबकि दिल्ली कैपिटल्स को कोलकाता नाइट राइडर्स का सामना करना है। दोनों टीमों को अपनी कमजोरियों पर काम करने की जरूरत है, खासकर दिल्ली को गेंदबाजी यूनिट में बदलाव लाना होगा।
निष्कर्ष
यह मैच आईपीएल 2025 के सबसे यादगार मुकाबलों में से एक बन गया है। गुजरात टाइटंस ने साबित कर दिया कि बड़े टारगेट का पीछा करने के लिए संयम और आक्रामकता का सही मिश्रण जरूरी है। वहीं, दिल्ली को इस हार से सबक लेते हुए आगे के मैचों में बेहतर रणनीति के साथ उतरना होगा। क्रिकेट के इस महाकाव्य ने एक बार फन साबित किया कि “टी20 क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं!”
FAQ :
1. GT और DC के बीच मैच का अंतिम नतीजा क्या रहा?
गुजरात टाइटंस (GT) ने दिल्ली कैपिटल्स (DC) को 7 विकेट से हराया। GT ने DC के 294 रनों के टारगेट को 19.2 ओवर में 3 विकेट खोकर पूरा कर लिया।
2. GT की जीत में सबसे अहम भूमिका किसने निभाई?
- जोस बटलर (97* रन, 54 गेंद) – शतक से चूके, लेकिन उनकी पारी ने मैच का रुख बदल दिया।
- राहुल तेवतिया (10*, 3 गेंद) – अंतिम ओवर में छक्का और चौका लगाकर जीत दिलाई।
- प्रसिद्ध कृष्णा (4 विकेट) – GT के सबसे सफल गेंदबाज रहे।
3. DC ने इतना बड़ा स्कोर (294) बनाने के बावजूद मैच कैसे हार गई?
- गेंदबाजी विफल रही: DC के गेंदबाजों ने बहुत ज्यादा रन दिए, खासकर एनरिक नॉर्टजे (24 रन एक ओवर में)।
- फील्डिंग गलतियाँ: बटलर को ड्रॉप किया गया, जिसने मैच बदल दिया।
- स्टार्क का अंतिम ओवर फेल: तेवतिया ने उन पर 10 रन बना लिए।
4. क्या यह IPL इतिहास का सबसे बड़ा सफल रन-चेस है?
नहीं, लेकिन यह टॉप-5 में शामिल है। IPL में सबसे बड़ा सफल रन-चेस राजस्थान रॉयल्स द्वारा 226 रनों का (2024 vs KKR) है।
5. प्रसिद्ध कृष्णा ने कितने विकेट लिए और उनका प्रदर्शन कैसा रहा?
प्रसिद्ध कृष्णा ने 4 विकेट (45 रन देकर) लिए और “पर्पल कैप” (सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज का पुरस्कार) जीता। उनकी यॉर्कर और स्लो बाउंसर गेंदें कारगर रहीं।
6. क्या बटलर का 97 रनों का पड़ाव GT के लिए पर्याप्त था?
हाँ! बटलर ने न सिर्फ रन बनाए, बल्कि साझेदारियों (सुदर्शन-60 रन, रदरफोर्ड-119 रन) से टीम को जीत के करीब पहुँचाया।
7. DC की पारी में सबसे ज्यादा रन किसने बनाए?
कप्तान अक्षर पटेल (39 रन) टॉप स्कोरर रहे, लेकिन कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक नहीं लगा सका।
8. मैच का टर्निंग प्वाइंट क्या था?
जब राहुल तेवतिया ने मिचेल स्टार्क के खिलाफ अंतिम ओवर में छक्का और चौका लगाया, जिससे GT ने 10 रनों का टारगेट पूरा किया।
9. GT और DC का अगला मैच कब है?
- GT अगला मैच चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खिलाफ खेलेगी।
- DC का सामना कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) से होगा।
10. क्या इस जीत से GT प्लेऑफ़ की रेस में आगे निकल गई?
हाँ! GT अब पॉइंट्स टेबल में दूसरे स्थान पर है, जबकि DC पाँचवें नंबर पर खिसक गई है।